नई दिल्ली/चंडीगढ़. गुदड़ी के लाल वाली कहावत तो सुनी ही होगी. ऐसे लोग अत्यंत ही साधारण परिवार और सुविधाओं के अभाव को अपनी मेहनत के दम पर धता बताकर सफलता की नई इबारत लिखते हैं. ऐसे लोग अपने समाज और क्षेत्र के साथ ही देश के लिए भी मिसाल बन जाते हैं. पंजाब से ऐसी ही कहानी सामने आई है. पंजाब पुलिस में कार्यरत दो कांस्टेबल ने ट्रेनिंग सेशन के बाद मंदिर की रोशनी में पढ़ाई कर परीक्षा और इंटरव्यू की तैयारी की. अब उनकी मेहनत का फल सामने आया है. दोनों युवा कांस्टेबल भारतीय सेना में कमीशंड अधिकारी बनकर अपने बाप-दादाओं की इच्छाओं को पूरा किया है. पंजाब के पुलिस महानिदेशक (Punjab DGP) गौरवल यादव ने भी इन दोनों की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें अपने दोनों जवानों पर गर्व है.
पंजाब पुलिस में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत अनमोल शर्मा (24) ने CDS की परीक्षा में सफलता हासिल कर मिसाल पेश की है. अनमोल शर्मा ने CDS ऑल इंडिया में 99वीं रैंक हासिल की है. उनके पिता पंजाब पुलिस में ही ASI हैं. अनमोल के पिता इंटरनेशनल हॉकी अंपायर भी हैं. दूसरी तरफ, पंजाब पुलिस में कांस्टेबल लवप्रीत सिंह ने SSB के इंटरव्यू में सफलता हासिल की है. लवप्रीत के पिता सेना में सुबेदार हैं. पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने अनमोल और लवप्रीत की सफलता पर खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा, ‘यह पंजाब पुलिस और राज्य के लिए बड़े ही गर्व की बात है कि हमारे दो युवक सशस्त्र बलों में अफसर पद के लिए चयनित हुए हैं. मैं पूरी तरह से आश्वस्त हूं कि वे दोनों साहस और वीरता की हमारी परंपरा को बनाए रखते हुए आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेंगे.’
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दादा का सपना किया पूरा
अमृतसर के नांगल दयाल सिंह गांव निवासी लवप्रीत सिंह ने एसएसबी में सफल होकर अपने परिवार की परंपरा को बरकरार रखा है. ‘इंडियन एक्सप्रेस’ में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, लवप्रीत के पिता सुबेदार जगविंदर सिंह एसएसबी इंटरव्यू में सफल नहीं हो सके थे. लवप्रीत ने बताया कि उनके पिता ने 1991 और 1992 में दो बार इंटरव्यू तक पहुंचे थे, लेकिन सफल नहीं हो सके थे. लवप्रीत के दादा नाथा सिंह 5 सिख लाइट इंफेट्री से रिटायर हुए हैं. उनकी इच्छा थी कि उनके परिवार का बच्चा इंडियन आर्मी में कमिशंड अफसर बने. अब लवप्रीत ने उनकी इस इच्छा को पूरी की है.
संघर्ष की कहानी
अनमोल शर्मा भी पंजाब पुलिस में कांस्टेबल थे. सीडीएस की परीक्षा पास कर अब सेना में अधिकारी बनने वाले हैं. लवप्रीत ने बताया कि ट्रेनिंग सेंटर में रात के साढ़े नौ बजे लाइट बंद हो जाती थी, एसे में वह अनमोल के साथ सेंटर के समीप स्थित मंदिर में पढ़ने के लिए चले जाते थे. अनमोल बताते हैं कि उन्होंने मंदिर में जलने वाली जोत के प्रकाश में पढ़ाई की है. इसके अलावा किसी को सोने में दिक्कत न हो इसके लिए वह अपने कमरे में टेबल लैंप का इस्तेमाल करते थे. वह अपने पास हमेशा नोट्स रखते थे और ब्रेक के दौरान रिवीजन करते रहते थे.
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FIRST PUBLISHED : March 26, 2024, 12:29 IST